एशियन शूटिंग चैम्पियनशिप में भारत का ऐतिहासिक प्रदर्शन: 50 गोल्ड, कुल 99 पदक
कजाखस्तान के शिमकेंट में आयोजित 16वीं एशियन शूटिंग चैंपियनशिप में भारत के निशानेबाजों ने 50 स्वर्ण पदक जीतकर नया इतिहास रच दिया। यह भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा, जबकि पारंपरिक दावेदार चीन सिर्फ 15 स्वर्ण तक सीमित रह गया। कुल 99 पदकों (26 रजत और 23 कांस्य सहित) के साथ भारत पहली बार पदक तालिका में शीर्ष पर रहा।

🏆 अभूतपूर्व जीत
16 से 30 अगस्त 2025 तक चली इस प्रतियोगिता में भारतीय निशानेबाजों ने युवा, जूनियर और सीनियर वर्गों में शानदार प्रदर्शन किया। शिक्षा के लिए कमाई का 75% दान
- अंकुर मित्तल ने पुरुष डबल ट्रैप में 107 हिट्स के साथ विश्व रिकॉर्ड तोड़ा।
- एलावेनिल वलारिवन ने महिला एयर राइफल में एशियन रिकॉर्ड बनाकर स्वर्ण जीता और अर्जुन बाबुता के साथ मिक्स टीम में भी स्वर्ण हासिल किया।
- नीरू धांडा ने महिला ट्रैप में भारत का पहला एशियन स्वर्ण दिलाया।
- सिफ्त कौर समरा और ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर ने राइफल 3-पोज़िशन इवेंट में खिताब जीते।
🌟 सीनियर और जूनियर सितारों का जलवा
जूनियर निशानेबाजों ने भी शानदार प्रदर्शन किया और 10 स्वर्ण, 4 रजत और 3 कांस्य अपने नाम किए। यह भारत के शूटिंग भविष्य की मजबूती को दर्शाता है। ECO-Friendly उत्सव
- अंकुर मित्तल, भानु प्रताप सिंह और हर्षवर्धन कविया ने टीम ब्रॉन्ज जीता।
- ओलंपियन गुरप्रीत सिंह ने 25 मीटर स्टैंडर्ड पिस्टल में स्वर्ण पर कब्ज़ा जमाया।
📊 पदक तालिका में भारत का दबदबा
इतिहास में पहली बार भारत ने पदक तालिका में पहला स्थान पाया। मेज़बान कज़ाखस्तान दूसरे और चीन तीसरे स्थान पर रहा। भारत के 50 गोल्ड के मुकाबले चीन के 15 गोल्ड एशिया में पावर शिफ्ट का संकेत हैं। ChatGPT पर बिना सोचे भरोसा
रैंक | देश | गोल्ड | सिल्वर | ब्रॉन्ज | कुल |
---|---|---|---|---|---|
1 | 🇮🇳 भारत | 50 | 26 | 23 | 99 |
2 | 🇰🇿 कजाखस्तान | 21 | 24 | 25 | 70 |
3 | 🇨🇳 चीन | 15 | 12 | 3 | 30 |
🇮🇳 राष्ट्रीय गौरव और वैश्विक वादा
NRAI अध्यक्ष कलिकेश नारायण सिंह देव ने कहा कि “यह ऐतिहासिक जीत भारतीय निशानेबाजों के आत्मविश्वास को नई ऊँचाई पर ले गई है। हमारे जूनियर निशानेबाजों का उदय बताता है कि भारत का सफर अभी शुरू हुआ है।”
🚀 नई ऊँचाइयों की ओर
भारत की 50 स्वर्ण पदक की यह उपलब्धि केवल एशिया ही नहीं बल्कि वैश्विक खेलों में भी भारत की शक्ति का नया प्रमाण है। यह प्रदर्शन आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा बनेगा और ओलंपिक लक्ष्यों को नई दिशा देगा। अब एशियन शूटिंग की दिशा बदल रही है…भारत नए शिखर के लिए तैयार है।