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कैलिफोर्निया में दिवाली को राज्य अवकाश घोषित: भारतीय संस्कृति का गौरव

कैलिफोर्निया ने इतिहास रच दिया है — अब कैलिफोर्निया में दिवाली को राज्य अवकाश घोषित कर दिया गया है। यह कदम भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लिए गर्व का विषय है और यह दिखाता है कि अमेरिकी समाज में भारतीय संस्कृति कितनी तेजी से सम्मान और पहचान प्राप्त कर रही है।

कैलिफोर्निया में दिवाली को राज्य अवकाश घोषित

अब कैलिफोर्निया, पेन्सिलवेनिया और कनेक्टिकट के बाद, ऐसा तीसरा अमेरिकी राज्य बन गया है जिसने दिवाली को आधिकारिक राज्य अवकाश के रूप में मान्यता दी है।


कैलिफोर्निया में दिवाली को राज्य अवकाश घोषित: क्या है यह नया कानून

6 अक्टूबर 2025 को कैलिफोर्निया के गवर्नर गैविन न्यूसम (Gavin Newsom) ने Assembly Bill 268 पर हस्ताक्षर करके इसे कानून बना दिया।
1 जनवरी 2026 से यह लागू होगा, जिसके बाद दिवाली को राज्य स्तरीय सार्वजनिक अवकाश के रूप में मनाया जाएगा।

इस कानून के तहत:

  • राज्य के स्कूल और सामुदायिक कॉलेज दिवाली के अवसर पर बंद रह सकेंगे।
  • सरकारी कर्मचारी इस दिन वैकल्पिक सवेतन अवकाश (Paid Holiday) ले सकेंगे।
  • स्कूल के छात्रों को धार्मिक या सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए छुट्टी मिलेगी।

यह बिल दक्षिण एशियाई मूल के दो विधायकों — अश कालरा और दर्शन पटेल — द्वारा तैयार किया गया था।

इसे हिंदू, सिख, जैन और बौद्ध समुदायों के कई संगठनों का भी मजबूत समर्थन मिला।


क्यों ज़रूरी था यह कदम

दिवाली, रोशनी का पर्व, अंधकार पर प्रकाश की, बुराई पर अच्छाई की, और निराशा पर आशा की जीत का प्रतीक है।

दुनिया भर में लाखों लोग इस पर्व को दीप जलाकर, आतिशबाजी कर और प्रार्थनाओं के माध्यम से मनाते हैं।

कैलिफोर्निया जैसे विविधतापूर्ण राज्य में यह त्यौहार न केवल भारतीय समुदाय बल्कि अन्य संस्कृतियों को भी जोड़ने का माध्यम बन गया है।
अब दिवाली के अवसर पर छात्रों और परिवारों को स्कूल या काम की बाध्यता से मुक्त होकर अपने सांस्कृतिक उत्सव को मनाने का अवसर मिलेगा।


अमेरिका में बढ़ती सांस्कृतिक स्वीकृति

कैलिफोर्निया अमेरिका का पहला पश्चिमी तट वाला राज्य है जिसने दिवाली को आधिकारिक अवकाश घोषित किया है।

इससे पहले पेन्सिलवेनिया और कनेक्टिकट यह कदम उठा चुके हैं,

जबकि न्यूयॉर्क सिटी ने भी अपने स्कूल कैलेंडर में दिवाली को शामिल किया है।

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गवर्नर न्यूसम ने कहा —

“यह निर्णय कैलिफोर्निया की समावेशी और सांस्कृतिक विविधता की यात्रा में एक उज्ज्वल मील का पत्थर है।”

उन्होंने दक्षिण एशियाई समुदाय की भूमिका को सराहा और कहा कि यह कदम राज्य के हर नागरिक को एकता और सम्मान का संदेश देता है।


समुदाय की प्रतिक्रिया और प्रभाव

भारतीय-अमेरिकी समुदाय ने इस फैसले का स्वागत उत्साह के साथ किया है।

अब भारतीय मूल के बच्चे अपने मित्रों और पड़ोसियों के साथ गर्व से दिवाली मना सकेंगे।

यह निर्णय केवल हिंदुओं के लिए नहीं बल्कि सिख, जैन और बौद्ध समुदायों के लिए भी महत्वपूर्ण है

क्योंकि यह पर्व सभी के लिए आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है।

समुदाय के नेताओं का कहना है कि यह कदम अन्य अमेरिकी राज्यों को भी प्रेरित करेगा कि वे भारतीय संस्कृति के त्यौहारों को मान्यता दें और इसे अमेरिकी जीवन का हिस्सा बनाएं।


कैलिफोर्निया में दिवाली को राज्य अवकाश घोषित होना सिर्फ एक प्रशासनिक निर्णय नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति के सम्मान और वैश्विक पहचान का प्रतीक है।
यह कदम दर्शाता है कि भारतीय-अमेरिकी समुदाय का योगदान अमेरिकी समाज में कितना प्रभावशाली और सम्माननीय है।

यह निर्णय आने वाले वर्षों में सांस्कृतिक समरसता और वैश्विक एकता के और भी कई अवसरों का मार्ग प्रशस्त करेगा।

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