⚖️ ट्रंप को बड़ा झटका: US कोर्ट ने टैरिफ को अवैध बताया, राष्ट्रपति बोले- देश बर्बाद हो जाएगा
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को तब गंभीर झटका लगा जब एक अमेरिकी संघीय अपील अदालत ने ऐतिहासिक फैसले में उनके मुख्य टैरिफ़ों को अवैध घोषित कर दिया। इस निर्णय ने राजनीतिक और आर्थिक हलकों में भारी विवाद पैदा कर दिया, जबकि ट्रंप ने चेताया कि अगर यह फैसला कायम रहता है तो देश का भविष्य संकट में आ जाएगा।

🏛️ कोर्ट ने ट्रंप की टैरिफ नीति को अवैध बताया
वॉशिंगटन डीसी की फेडरल सर्किट कोर्ट ऑफ अपील्स (US federal appeals court) ने फैसला सुनाया कि ट्रंप ने आपात शक्तियों का उपयोग करते हुए नियमों का उल्लंघन करते हुए बड़े पैमाने पर टैरिफ लागू किए। ट्रंप की “रिसीप्रोकल ट्रेड” रणनीति, जिसे चीन, कनाडा, मैक्सिको और अन्य बड़े व्यापारिक देशों के लिए टैरिफ में लगाया गया था, कोर्ट के अनुसार नियमों के खिलाफ थी। सिलिकॉन वैली की Real Queen लूसी
जजों ने माना कि IEEPA कानून के तहत राष्ट्रपति अकेले कर या टैरिफ लागू नहीं कर सकते, यह शक्ति कांग्रेस के पास है। ट्रंप ने फैसले के बाद कहा, “अगर यह फैसला लागू हुआ तो यह अमेरिका को बर्बाद कर देगा।” दुष्कर्म मामले में आरोपी बरी
📊 अब टैरिफ का क्या होगा?
कोर्ट ने टैरिफ़ को अवैध मानकर भी अस्थायी तौर पर उन्हें जारी रखा है—इसलिए ट्रंप प्रशासन सुप्रीम कोर्ट में अपील कर सकता है। स्टील और एल्यूमीनियम पर टैरिफ इस फैसले से प्रभावित नहीं होंगे क्योंकि वो अलग कानूनों के तहत लागू हैं।
कानूनी विशेषज्ञ मानते हैं कि फाइनल निर्णय सुप्रीम कोर्ट में होगा। इस बीच व्यापारिक रिश्तों और बाजार में अस्थिरता बनी हुई है और कारोबारी व अधिकारी हालात पर नजर रखे हुए हैं। अमेरिका के कैथोलिक स्कूल में गोलीबारी
📢 ट्रंप की प्रतिक्रिया: व्हाइट हाउस से सोशल मीडिया तक
फैसले पर ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने हटाए गए टैरिफ को “देश के लिए विनाशकारी” बताया। ट्रंप ने अदालत पर पक्षपात का आरोप लगाया और विश्वास जताया कि सुप्रीम कोर्ट उनके पक्ष में फैसला देगा। भारत ने ट्रंप को दिया झटका
ट्रंप प्रशासन ने भी टैरिफ को जारी रखने की बात कही और कहा कि ये अमेरिका के औद्योगिक और कृषि हितों की रक्षा के लिए ज़रूरी है। व्हाइट हाउस ने बढ़ते टैरिफ राजस्व का हवाला दिया और टैरिफ हटाए जाने को आर्थिक और रोज़गार के लिए खतरा बताया।
💥 राजनीति, अर्थव्यवस्था और समाज पर असर
यह फैसला अमेरिकी कांग्रेस की शक्ति, राष्ट्रपति के अधिकार और ट्रेड पॉलिसी की दिशा पर नया सवाल उठाता है। ट्रंप समर्थक मानते हैं कि टैरिफ़ अमेरिकी कारोबार और मैन्युफैक्चरिंग के लिए सुरक्षा देते हैं, जबकि विरोधी इसे बाज़ार में अस्थिरता और अंतरराष्ट्रीय विवाद बढ़ाने वाला मानते हैं।
ट्रेड समूहों ने चेतावनी दी है कि बढ़ती अनिश्चितता विकास और उपभोक्ता विकल्प को चोट पहुंचा सकती है, जबकि राज्यों और छोटे कारोबारों ने कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है।
⏭️ आगे क्या होगा?
ट्रंप प्रशासन अपील की तैयारी कर रहा है, जिससे सुप्रीम कोर्ट में बड़ा फैसला होगा। तब तक टैरिफ लागू रहेंगे, और अमेरिकी उद्योगों व नौकरियों की सुरक्षा को लेकर बहस जारी रहेगी।
ट्रंप के शब्दों में: “अगर ये टैरिफ़ कभी हटे तो देश के लिए विनाशकारी साबित होंगे, आर्थिक पायदान कमज़ोर हो जाएगा, हमें मज़बूत बने रहना चाहिए।”