Home / Crime / दिशा पाटनी के घर फायरिंग करने वाले अपराधी UP STF-Delhi Crime Branch के ऑपरेशन में ढेर

दिशा पाटनी के घर फायरिंग करने वाले अपराधी UP STF-Delhi Crime Branch के ऑपरेशन में ढेर

एक चौंकाने वाले घटनाक्रम में, दिशा पाटनी के घर फायरिंग करने वाले अपराधी आखिरकार कानून के शिकंजे से बच नहीं पाए। उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) और दिल्ली क्राइम ब्रांच ने संयुक्त ऑपरेशन चलाकर कुख्यात अपराधियों रविंदर और अरुण को मुठभेड़ में मार गिराया।

दिशा पाटनी के घर फायरिंग करने वाले अपराधी

एसटीएफ एएसपी राजकुमार मिश्रा ने बताया — “हमने शुरुआत में रविंदर और अरुण को जिंदा पकड़ने की कोशिश की। लेकिन उन्होंने अचानक गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद जवाबी कार्रवाई में दोनों ढेर हो गए।”

यह ऑपरेशन उस हाई-प्रोफाइल जांच का हिस्सा था जो अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर फायरिंग की घटना के बाद शुरू हुई थी।

इस हमले ने मुंबई से लेकर दिल्ली तक सनसनी फैला दी थी।


दिशा पाटनी के घर हमला

कुछ हफ्ते पहले अज्ञात बदमाशों ने मुंबई स्थित दिशा पाटनी के घर फायरिंग की थी।

भले ही अभिनेत्री और उनका परिवार सुरक्षित रहे, लेकिन इस घटना ने संगठित अपराध और सेलेब्रिटी सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए।

मुंबई पुलिस और केंद्रीय खुफिया एजेंसियों की जांच में पाया गया कि इस हमले के पीछे रविंदर और अरुण का हाथ था।

दोनों पर दिल्ली और उत्तर प्रदेश में रंगदारी, हथियारों की तस्करी और गैंगवार जैसी कई संगीन धाराओं के केस दर्ज थे।

माना जा रहा है कि यह हमला धमकी और वसूली का हिस्सा था।


ऑपरेशन कैसे चला

सूचना मिलने पर दिल्ली क्राइम ब्रांच और यूपी एसटीएफ ने संयुक्त कार्रवाई की।

रात के समय गाजियाबाद के बाहरी इलाके में दोनों अपराधियों का पता लगाया गया।

पुलिस ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की, लेकिन जैसे ही उनकी गाड़ी रोकी गई, अपराधियों ने गोलियां बरसानी शुरू कर दीं।

पुलिस की चेतावनी और आत्मसमर्पण की अपील को नज़रअंदाज़ करते हुए बदमाश लगातार फायरिंग करते रहे।

कई मिनट तक चली मुठभेड़ में दोनों गंभीर रूप से घायल हुए और बाद में मृत घोषित किए गए।

हालांकि एसटीएफ की गाड़ी गोलियों से छलनी हो गई, लेकिन पुलिसकर्मी सुरक्षित रहे।


पुलिस का बयान और जनता की प्रतिक्रिया

एएसपी राजकुमार मिश्रा ने बताया — हमारी प्राथमिकता आम नागरिकों और हमारे जवानों की सुरक्षा थी। अपराधियों को जिंदा पकड़ने की कोशिश की गई, लेकिन उनकी अंधाधुंध गोलीबारी के चलते यह संभव नहीं हो सका।

ये भी पढ़ें: 13 साल के बच्चे ने ऑनलाइन गेमिंग की लत के कारण दी जान

दिशा पाटनी और उनके परिवार के लिए यह कार्रवाई राहत लेकर आई है।

सूत्रों के अनुसार, अभिनेत्री फिलहाल कड़ी सुरक्षा में हैं और आगे भी उनकी सुरक्षा और बढ़ाई जाएगी।


बड़ा सवाल: अपराध और सेलेब्रिटी सुरक्षा

यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि भारत में सेलेब्रिटी सुरक्षा बड़ी चुनौती है।

गैंग नेटवर्क लगातार बढ़ रहे हैं और इनकी नजर अक्सर नामी हस्तियों पर रहती है।

विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे गैंग अपने वर्चस्व और डर फैलाने के लिए सार्वजनिक हस्तियों को निशाना बनाते हैं।

यही कारण है कि दिशा पाटनी का घर भी इस साजिश का हिस्सा बना।

यूपी एसटीएफ और दिल्ली क्राइम ब्रांच का संयुक्त ऑपरेशन यह दर्शाता है कि एजेंसियों के सहयोग से ही ऐसे बड़े अपराधियों को काबू किया जा सकता है।


निष्कर्ष

दिशा पाटनी के घर फायरिंग करने वाले अपराधी रविंदर और अरुण भले ही मुठभेड़ में ढेर हो गए हों,

लेकिन यह घटना बताती है कि संगठित अपराध कितना खतरनाक रूप ले चुका है।

फिलहाल अभिनेत्री और उनका परिवार सुरक्षित हैं, लेकिन इस वारदात ने एक नई बहस छेड़ दी है।

भारत में सेलेब्रिटी और आम नागरिकों की सुरक्षा को और मज़बूत करने की ज़रूरत है।